लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ देशभर में किसानों का आज 'रेल रोको' आंदोलन
किसान आज देशभर में 6 घंटे तक ट्रेनें रोकेंगे
सोनीपत। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) लखीमपुर हिंसा मामले (Lakhimpur Khiri Case) में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज सोमवार को ‘रेल रोको’ आंदोलन (Rail Roko Andolan) करेगा। ये प्रदर्शन देशभर में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक 6 घंटे के लिए होगा। इस दौरान प्रदर्शनकारी ट्रेनें रोकेंगे। मोर्चा ने कहा- ‘SKM अपने सभी घटकों को 18 अक्टूबर को 6 घंटे तक रेल रोकने का आह्वान करता है। ये अपील करता है कि आंदोलन शांतिपूर्ण और रेलवे की संपत्ति को बिना नुकसान पहुंचाए किया जाए।’ उधर, सभी जिलों में पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, किसान के विभिन्न संगठनों का संयुक्त मंच SKM सालभर से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहा है। रविवार को एक बयान में कहा- “जब तक लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में न्याय नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन और तेज होगा।” मोर्चा ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की है।
रेल यातायात रोका जाएगा, सड़क मार्ग नहीं...
इससे पहले मोर्चा ने रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए रविवार को तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान साफ कहा गया कि सड़क मार्ग बाधित नहीं किया जाएगा। सिर्फ रेल रोकने का कार्यक्रम रहेगा। भारतीय किसान यूनियन के नेता रतन मान ने कहा कि इसके लिए सभी जिलों में कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। राकेश बैंस ने कहा कि रेल रोको आंदोलन के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
पिछली बार ट्रेनों के साथ हाइवे जाम कर दिए थे
बंद के दौरान आवश्यक और आपात सेवाओं को किसी तरह बाधित नहीं किया जाएगा. किसानों ने जब पिछली बार भारत बंद बुलाया था तब पंजाब, हरियाणा, बिहार समेत कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गई थीं और हाईवे जाम किए थे। हाईवे जाम होने के कारण दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम समेत कई जगहों पर भारी जाम की भी समस्या सामने आई थी। रेलवे ने एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया था।
मंत्री के इस्तीफे के बिना न्याय मिलना मुश्किल
SKM का कहना है कि अजय मिश्र के मंत्री पद पर होने के कारण इस मामले में न्याय की उम्मीद नहीं है। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं है कि उनका बेटा आशीष मिश्र लखीमपुर खीरी हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। रिपोर्टों से संकेत मिल रहा है कि चश्मदीदों पर गवाही न देने और अपने बयान दर्ज नहीं करने का दबाव है। भाजपा में उनकी पार्टी के सहयोगी दावा कर रहे हैं कि वह पूरे घटनाक्रम के सूत्रधार थे।
शहीद कलश यात्राओं की अगवानी कर रहे लाखों लोग
SKM ने कहा कि लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों की अस्थियों के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में विभिन्न मार्गों पर शहीद कलश यात्राएं निकाली जा रही हैं। यात्राओं की अगवानी के लिए बड़ी संख्या में किसान और आम आदमियों की भीड़ उमड़ रही है।
लखीमपुर खीरी में 4 किसानों समेत 8 की मौत हुई थी
यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में में 3 अक्टूबर को हिंसा हो गई थी। यहां 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। आरोप है कि यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के स्वागत के लिए एक कार्यक्रम में जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की जीप ने सड़क पर पैदल चलने वाले किसानों को पीछे से कुचल दिया था, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई। कई जख्मी हो गए। इसके बाद हिंसा भड़की और भीड़ ने कार के ड्राइवर, दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी। इसमें एक पत्रकार की भी जान गई थी। इसके अलावा दो कारों को आग के हवाले कर दिया गया। मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।